प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त 2 अगस्त को होगी जारी।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त 2 अगस्त को होगी जारी।

देश के करोड़ों किसानों के लिए एक बड़ी राहत और सशक्तिकरण का पल एक बार फिर करीब आ गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत 20वीं किस्त किसानों के खातों में 2 अगस्त 2025 को सीधे ट्रांसफर की जाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक विशाल कार्यक्रम के माध्यम से देशभर के किसानों को संबोधित करते हुए इस राशि का वितरण करेंगे।

यह न केवल एक आर्थिक सहायता का क्षण है, बल्कि एक कृषि उत्सव और किसानों के सम्मान का प्रतीक बन चुका है। केंद्र सरकार की ओर से यह कार्यक्रम इस बार और भी व्यापक स्तर पर आयोजित किया जा रहा है ताकि देश के हर कोने के किसान इससे लाभान्वित हो सकें।

PM-KISAN योजना:

किसानों के लिए स्थायी सहयोग की नींवकिसानों की मेहनत देश की रीढ़ है। इसी सोच के साथ, वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी। इसका मूल उद्देश्य था – छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करना, ताकि वे खेती-किसानी से जुड़े दैनिक खर्चों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकें।इस योजना के अंतर्गत हर पात्र किसान को सालाना ₹6,000 की सहायता प्रदान की जाती है, जिसे तीन समान किस्तों (₹2,000) में सीधे उनके बैंक खातों में Direct Benefit Transfer (DBT) के ज़रिए भेजा जाता है।इस पहल ने किसानों के जीवन में आर्थिक स्थिरता, खर्च में लचीलापन और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित किया है।

2 अगस्त 2025 को 20वीं किस्त के लिए होगा राष्ट्रीय आयोजन:

हाल ही में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 अगस्त के कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। इस बैठक में केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और देशभर के 731 कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) को भी वर्चुअली जोड़ा गया।

इस बार की प्रमुख बातें:

  • अब तक 19 किस्तों में किसानों को ₹3.69 लाख करोड़ की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है।
  • 20वीं किस्त में लगभग ₹20,500 करोड़ की राशि 9.7 करोड़ किसानों के खातों में डाली जाएगी।
  • कार्यक्रम का आयोजन वाराणसी में होगा और इसका प्रसारण देशभर के ग्रामीण इलाकों में किया जाएगा।

इस आयोजन की खास विशेषताएं:

यह आयोजन सिर्फ एक किस्त जारी करने का कार्य नहीं होगा, बल्कि एक जन-जागरूकता अभियान, एक कृषि संवाद, और एक राष्ट्रव्यापी किसान उत्सव के रूप में देखा जाएगा।

मुख्य बिंदु:

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लाभार्थी किसानों को संबोधित करेंगे।
  • देश के सभी कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विश्वविद्यालय और ICAR से जुड़े संस्थान इस आयोजन का हिस्सा होंगे।
  • गांव-गांव तक इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सुनिश्चित किया जाएगा।
  • किसानों को योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ खरीफ फसलों पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

कार्यक्रम के लिए की जा रही तैयारियाँ:

केंद्रीय मंत्री ने विभिन्न स्तरों पर जिम्मेदारियों को स्पष्ट करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस कार्यक्रम को अभियान शैली में चलाया जाए।

खास पहलें:

  • ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक किसानों को आमंत्रित करने की रणनीति।
  • कृषि सखी, ड्रोन दीदी, बैंक सखी, बीमा सखी जैसे महिला नेटवर्क्स के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों तक सूचना पहुंचाना।सरपंचों और स्थानीय प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
  • किसानों के साथ फसल उत्पादन, प्रौद्योगिकी, और बीमा योजनाओं पर संवाद।

किसानों से एक सीधा आग्रह:

केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस कार्यक्रम को किसानों के लिए एक गौरवपूर्ण अवसर बताते हुए कहा कि यह केवल पैसों का लेनदेन नहीं, बल्कि कृषि क्षेत्र से जुड़ने का एक अहम जरिया है।उन्होंने सभी किसानों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम से सीधे जुड़ें, अपने परिवार और गांववालों को भी जोड़ें और कृषि क्षेत्र में चल रही योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें।

PM किसान योजना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:

1. सिर्फ e-KYC काफी नहीं, बैंक डिटेल्स, आधार, और लैंड रिकॉर्ड भी सही होने चाहिए।

2. IFSC कोड, नाम और अकाउंट नंबर में कोई गलती न हो – वरना भुगतान अटक सकता है।

3. वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर लाभार्थी सूची और स्टेटस जरूर चेक करें।

4. कोई दिक्कत हो तो CSC सेंटर, कृषि अधिकारी या हेल्पलाइन नंबर 011-23381092 से संपर्क करें, समय पर दस्तावेज अपडेट करें ताकि किस्त समय से मिले और कोई परेशानी न हो।

निष्कर्ष: यह केवल एक किस्त नहीं, किसानों का सम्मान हैप्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने यह साबित किया है कि यदि सरकार और किसान साथ चलें, तो देश की कृषि नींव और भी मजबूत हो सकती है।20वीं किस्त का यह आयोजन केवल आर्थिक लाभ नहीं देगा, बल्कि किसानों को सशक्त, जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।

यह एक कृषि पर्व है, एक संवाद का मंच है, और सबसे महत्वपूर्ण बात – यह किसानों के सम्मान का प्रतीक है।इसलिए, आइए 2 अगस्त को इस अभियान में हम सभी किसान भाई-बहन पूरे जोश और गर्व से हिस्सा लें और देश के भविष्य को मजबूत बनाएं।

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